जाखू मंदिर, जाखू पहाडी पर स्थित है जो कि शिमला के पास समुद्र तल से 2455 मीटर की उंचाई पर स्थित है । शिमला की इस उंची चोटी से शिवालिक रेंज की पहाडियो और सनोली नाम के शिमला के उपनगर का बढिया नजारा दि
जाखू मंदिर, जाखू पहाडी पर स्थित है जो कि शिमला के पास समुद्र तल से 2455 मीटर की उंचाई पर स्थित है । शिमला की इस उंची चोटी से शिवालिक रेंज की पहाडियो और सनोली नाम के शिमला के उपनगर का बढिया नजारा दिखायी देता है ।
यहां पर हनुमान जी की काफी बडी और उंची मूर्ति स्थापित की गयी है । मूर्ति हाल के वर्षो में ही स्थापित की गयी है जबकि यहां पर जाखू देवता का मंदिर काफी प्राचीन है । मै जब परिवार सहित शिमला नौ देवियो की यात्रा पर आया था तब ये मूर्ति नही थी । कहा जाता है कि जब हनुमान संजीवनी बूटी लेने के लिये जा रहे थे तो वो यहां पर कुछ क्षण के लिये रूके थे । मंदिर के लिये रास्ता शिमला के रिज से चर्च के पीछे से भी जाता है जो कि सीढियो वाला है । मै बाइक से था तो ढली सुरंग पार करके सनोली और वहीं से एक रास्ता छोटी कारो के लिये बना हुआ है उससे मंदिर के पास तक चला गया । मंदिर के पास और अंदर बंदरो का आतंक है । वो आतंक भी हम लोगो का ही फैलाया हुआ है क्योंकि बंदरो को पहले तो हम जिमाते हैं फिर वे हमसे जीमते हैं ।
मंदिर के अंदर काफी श्रद्धालु थे जिनमें से विदेशी भी थे । यहां का मौसम और व्यू दोनो बढिया थे । ऐसी जगहो पर जाकर आनंद आता है इसलिये मुझे तो ये जगह बढिया लगी
यहां पर हनुमान जी की काफी बडी और उंची मूर्ति स्थापित की गयी है । मूर्ति हाल के वर्षो में ही स्थापित की गयी है जबकि यहां पर जाखू देवता का मंदिर काफी प्राचीन है । मै जब परिवार सहित शिमला नौ देवियो की यात्रा पर आया था तब ये मूर्ति नही थी । कहा जाता है कि जब हनुमान संजीवनी बूटी लेने के लिये जा रहे थे तो वो यहां पर कुछ क्षण के लिये रूके थे । मंदिर के लिये रास्ता शिमला के रिज से चर्च के पीछे से भी जाता है जो कि सीढियो वाला है । मै बाइक से था तो ढली सुरंग पार करके सनोली और वहीं से एक रास्ता छोटी कारो के लिये बना हुआ है उससे मंदिर के पास तक चला गया । मंदिर के पास और अंदर बंदरो का आतंक है । वो आतंक भी हम लोगो का ही फैलाया हुआ है क्योंकि बंदरो को पहले तो हम जिमाते हैं फिर वे हमसे जीमते हैं ।
मंदिर के अंदर काफी श्रद्धालु थे जिनमें से विदेशी भी थे । यहां का मौसम और व्यू दोनो बढिया थे । ऐसी जगहो पर जाकर आनंद आता है इसलिये मुझे तो ये जगह बढिया लगी
Manu ji kuch busy tha esliye bahut dino baad aapke blog par aaya hu aapke yatra varnan or tasveere to hamesha badhiya hi rahe hain jitni bhi tarif ki jaye kam h or ye to aapne bilkul sahi likha hai....
ReplyDeleteमंदिर के पास और अंदर बंदरो का आतंक है । वो आतंक भी हम लोगो का ही फैलाया हुआ है क्योंकि बंदरो को पहले तो हम जिमाते हैं फिर वे हमसे जीमते हैं ।
जाखू मनदिर के दशॅन कराने के लिए आभार।
ReplyDeleteOne of most best place in india "JAI SHRI RAM"
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