आज हमें हैवलाक जाना था और टिकट हमने डिगलीपुर में ही बुक करा लिये थे । हमारा शिप जाने में अभी समय था इसलिये आज सुबह छ बजे से उठकर हमने को...
आज हमें हैवलाक जाना था और टिकट हमने डिगलीपुर में ही बुक करा लिये थे । हमारा शिप जाने में अभी समय था इसलिये आज सुबह छ बजे से उठकर हमने कोरबाइल कोव बीच , सेल्यूलर जेल , चाथम आरा मिल कई जगहे घूम ली थी । साढे ग्यारह बजे हम जेल से बाहर आये और आटो पकडकर जेटटी पर पहुंच गये । अभी दो घंटे थे हमारे शिप के रवाना होने में ।
जेटटी के बाहर दुकाने थी काफी जहां पर हमने खाना तो नही खाया पर कोई कमी नही छोडी । पेट भर लिया कोल्डड्रिंक वगैरा से । जेटटी के परिसर में बैठने के लिये बैंचे बनी थी और बढिया हवा चल रही थी । हमने आराम से समय बिताया और डेढ बजे अंदर एंट्री करा दी गयी । यहां पर जेटटी परिसर में फोटो खींचने की मनाही है । पहली बार इस तरह के शिप में बैठा था । नीचे की मंजिल में हमारी सीट थी । कुछ देर बाद जब दो बजे शिप चला तो कुछ सिर घूमने की शिकायत सी हुई जो कि अक्सर बहुत लोगो के साथ होती है ऐसे शिप में तो हम उपर डेक पर आ गये ।
यहां पर सिर घूमने की शिकायत वैसे तो नही थी पर गहरे समंदर और उसमें उछलती लहरो को देखो तो जरूर सिर घूमता था । समंदर में दूर दूर तक कुछ भी नही दिखता था और लहरे इतनी बडी थी कि इतने बडे जहाज को अच्छे से हिला देती थी । कुछ दूर तक पोर्ट ब्लेयर वाला द्धीप दिखता रहा फिर कुछ भी दिखना बंद हो गया और फिर कुछ देर बाद एक और द्धीप दिखा दूर से । हम उछल पडे कि शायद ये ही हैवलाक हे पर ऐसा नही था वो हैवलाक नही था । हैवलाक के आने से पहले एक द्धीप बिलकुल साफ साफ दिखायी पडा जो कि बहुत सुंदर था और उसके बीच भी दिख रहे थे । पूछने पर पता चला कि ये नील द्धीप है और हमें यहां भी जाना था । थोडी देर बाद लगभग सवा चार बजे हम हैवलाक पहुंच गये ।
हैवलाक पर पहुंचते ही हमने आटो ले लिया । यहां पर हमारा कमरा पहले से ही बुक था हैवलाक के सरकारी होटल में जिसका नाम डाल्फिन निवास है । यहां पर हमने सबसे सस्ता कमरा सेमी डिलक्स 1000 रूपये का बुक करा रखा था । ये होटल केवल होटल ही नही है अपितु अपने आप में एक बीच है । जितने बडे क्षेत्र में ये होटल फैला है उसके पूरे किनारे पर जो बीच है वो केवल इस होटल में रहने वालो के लिये आरक्षित है और बराबर के जाने आने के रास्ते बंद कर दिये गये हैं ।
हमने कमरे में अपना सामान रखा और घूमने के लिये निकल पडे फिर याद आया कि खाना खाने का इंतजाम देख लिया जाये तो हम यहां के रेैस्टोरेंट में पहुंचे और वहां पर खाने के बारे में पता किया । यहां पर बफेे सिस्टम था कितना भी खाओ 150 रूपये प्रति व्यक्ति चार्ज देना था पर खाने के लिये पहले आर्डर देना जरूरी था तो हमने यहां पर आर्डर दे दिया कि आज खाकर देखते हैं अगर पसंद नही आया तो कल से नही खायेंगें ।
हैवलाक जाने के लिये फेरी सिस्टम के बारे में आपको बता देता हूं कि यहां पोर्ट ब्लेयर से दिन में दो से तीन फेरी आती हैं । एक फेरी इस द्धीप पर रंगत से आती है जो नील द्धीप को होते हुए आती है । वैसे तो इनका समय तय होता है पर मौसम के अनुसार कभी कभार बदल भी जाता है और खराब मौसम में रदद भी हो जाती है ।
सरकारी फेरी सबसे बढिया और सस्ती होती हैं साथ ही सबसे कम समय लेती है पहुंचने में पर सीमित सेवा होने की वजह से इनमें एडवांस बुकिंग होने पर ही टिकट मिल सकता है । हमने हैवलाक की टिकट और हैवलाक से नील द्धीप जाने की टिकट डिगलीपुर में तीन दिन पहले ही करा ली थी इसलिये आज हम जा पा रहे थे नही तो इस मौसम में भी टिकट मिलना मुश्किल होता है । अगर आप घूमने जा रहे हैं तो आप अपने होटल वाले से या ट्रैवल एजेंट से कहकर टिकट बुक करवाने के लिये कह सकते हैं । हम तो डिगलीपुर में आये थे रंगत से होकर जाने वाली फेरी के लिये पर उसके मौसम की वजह से रदद होने के कारण हमने हैवलाक और नील की टिकट करा ली थी ।
इन सरकारी फेरियो के अलावा यहां पर प्राइवेट क्रूज भी चलते हैं पर वो ज्यादातर पर्यटक सीजन में ही चलते हैं और उनका टिकट भी काफी ज्यादा है । हां उनमें सीटो से लेकर एसी केबिन की सुविधा भी होती है । इन फेरियो में लोकल लोगो के लिये टिकट बहुत सस्ता है आप यकीन नही करोगे कि हमारे टिकट से दसवा हिस्सा सस्ता टिकट इनका होता है । हैवलाक तक का लोकल बंदे का टिकट 40 रूपये का देखकर हमें यकीन नही आया पर बात भी सही है उन्हे तो छोटी मोटी जरूरत का सामान खरीदने को भी पोर्ट ब्लेयर आना पडता है तो वे हर बार इतनी रकम कैसे खर्च कर सकते हैं । वैसे यहां पर चलने वाले तीन प्राइवेट क्रूज का टिकट लगभगर हजार रूपये प्रति व्यक्ति से उपर होता है एक साइड का और हैलीकाप्टर का टिकट 4 हजार रूपये तक का हेाता है । यहां पर सी प्लने की भी सुविधा है जो समंदर में ही लैंड करते हैं ।
जेटटी के बाहर दुकाने थी काफी जहां पर हमने खाना तो नही खाया पर कोई कमी नही छोडी । पेट भर लिया कोल्डड्रिंक वगैरा से । जेटटी के परिसर में बैठने के लिये बैंचे बनी थी और बढिया हवा चल रही थी । हमने आराम से समय बिताया और डेढ बजे अंदर एंट्री करा दी गयी । यहां पर जेटटी परिसर में फोटो खींचने की मनाही है । पहली बार इस तरह के शिप में बैठा था । नीचे की मंजिल में हमारी सीट थी । कुछ देर बाद जब दो बजे शिप चला तो कुछ सिर घूमने की शिकायत सी हुई जो कि अक्सर बहुत लोगो के साथ होती है ऐसे शिप में तो हम उपर डेक पर आ गये ।
यहां पर सिर घूमने की शिकायत वैसे तो नही थी पर गहरे समंदर और उसमें उछलती लहरो को देखो तो जरूर सिर घूमता था । समंदर में दूर दूर तक कुछ भी नही दिखता था और लहरे इतनी बडी थी कि इतने बडे जहाज को अच्छे से हिला देती थी । कुछ दूर तक पोर्ट ब्लेयर वाला द्धीप दिखता रहा फिर कुछ भी दिखना बंद हो गया और फिर कुछ देर बाद एक और द्धीप दिखा दूर से । हम उछल पडे कि शायद ये ही हैवलाक हे पर ऐसा नही था वो हैवलाक नही था । हैवलाक के आने से पहले एक द्धीप बिलकुल साफ साफ दिखायी पडा जो कि बहुत सुंदर था और उसके बीच भी दिख रहे थे । पूछने पर पता चला कि ये नील द्धीप है और हमें यहां भी जाना था । थोडी देर बाद लगभग सवा चार बजे हम हैवलाक पहुंच गये ।
हैवलाक पर पहुंचते ही हमने आटो ले लिया । यहां पर हमारा कमरा पहले से ही बुक था हैवलाक के सरकारी होटल में जिसका नाम डाल्फिन निवास है । यहां पर हमने सबसे सस्ता कमरा सेमी डिलक्स 1000 रूपये का बुक करा रखा था । ये होटल केवल होटल ही नही है अपितु अपने आप में एक बीच है । जितने बडे क्षेत्र में ये होटल फैला है उसके पूरे किनारे पर जो बीच है वो केवल इस होटल में रहने वालो के लिये आरक्षित है और बराबर के जाने आने के रास्ते बंद कर दिये गये हैं ।
हमने कमरे में अपना सामान रखा और घूमने के लिये निकल पडे फिर याद आया कि खाना खाने का इंतजाम देख लिया जाये तो हम यहां के रेैस्टोरेंट में पहुंचे और वहां पर खाने के बारे में पता किया । यहां पर बफेे सिस्टम था कितना भी खाओ 150 रूपये प्रति व्यक्ति चार्ज देना था पर खाने के लिये पहले आर्डर देना जरूरी था तो हमने यहां पर आर्डर दे दिया कि आज खाकर देखते हैं अगर पसंद नही आया तो कल से नही खायेंगें ।
हैवलाक जाने के लिये फेरी सिस्टम के बारे में आपको बता देता हूं कि यहां पोर्ट ब्लेयर से दिन में दो से तीन फेरी आती हैं । एक फेरी इस द्धीप पर रंगत से आती है जो नील द्धीप को होते हुए आती है । वैसे तो इनका समय तय होता है पर मौसम के अनुसार कभी कभार बदल भी जाता है और खराब मौसम में रदद भी हो जाती है ।
सरकारी फेरी सबसे बढिया और सस्ती होती हैं साथ ही सबसे कम समय लेती है पहुंचने में पर सीमित सेवा होने की वजह से इनमें एडवांस बुकिंग होने पर ही टिकट मिल सकता है । हमने हैवलाक की टिकट और हैवलाक से नील द्धीप जाने की टिकट डिगलीपुर में तीन दिन पहले ही करा ली थी इसलिये आज हम जा पा रहे थे नही तो इस मौसम में भी टिकट मिलना मुश्किल होता है । अगर आप घूमने जा रहे हैं तो आप अपने होटल वाले से या ट्रैवल एजेंट से कहकर टिकट बुक करवाने के लिये कह सकते हैं । हम तो डिगलीपुर में आये थे रंगत से होकर जाने वाली फेरी के लिये पर उसके मौसम की वजह से रदद होने के कारण हमने हैवलाक और नील की टिकट करा ली थी ।
इन सरकारी फेरियो के अलावा यहां पर प्राइवेट क्रूज भी चलते हैं पर वो ज्यादातर पर्यटक सीजन में ही चलते हैं और उनका टिकट भी काफी ज्यादा है । हां उनमें सीटो से लेकर एसी केबिन की सुविधा भी होती है । इन फेरियो में लोकल लोगो के लिये टिकट बहुत सस्ता है आप यकीन नही करोगे कि हमारे टिकट से दसवा हिस्सा सस्ता टिकट इनका होता है । हैवलाक तक का लोकल बंदे का टिकट 40 रूपये का देखकर हमें यकीन नही आया पर बात भी सही है उन्हे तो छोटी मोटी जरूरत का सामान खरीदने को भी पोर्ट ब्लेयर आना पडता है तो वे हर बार इतनी रकम कैसे खर्च कर सकते हैं । वैसे यहां पर चलने वाले तीन प्राइवेट क्रूज का टिकट लगभगर हजार रूपये प्रति व्यक्ति से उपर होता है एक साइड का और हैलीकाप्टर का टिकट 4 हजार रूपये तक का हेाता है । यहां पर सी प्लने की भी सुविधा है जो समंदर में ही लैंड करते हैं ।
ANDAMAN-
जेटटी की ओर जाते हुए |
जहाज के अंदर केबिन में |
उफनते समुद्र को चीरता जहाज |
त्यागी जी |
विशालकाय समुद्र की लहरे |
खाने की चाह कहीं भी ले आती है |
विशाल समुद्र में ऐसे द्धीप दिखना भी सुखद होता है |
हैवलाक जेटटी |
बीच नम्बर 1 हैवलाक |
आटो से होटल के लिये |
Dolphin niwas havlock |
Dolphin niwas havlock |
price list of room in Dolphin niwas havlock |
our Room |
Reasturent in hotel |
Buffet system |
food in reasturent |
bahut badhaiya,aaj maine bhi Havelock se Port Blair ke samudri safar ke bare me likha hai
ReplyDeleteVery nice pictures and post!
ReplyDeleteAmazing picture.. Glad to know that you write Hindi blogpost on travel.I always find it difficult to read.Do check out my crazy travels in world on www.photokatha.in
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