वैसे पूरा का पूरा रास्ता सुनसान पडा था और एक दो जगह मुझे और भी पूछना पडा कि नौकुचिया ताल का रास्ता किधर को जाता है । यहां रास्ते में एक सुंदर मंदिर भी पडता है जिसमें हनुमान जी की काफी बडी मूर्ति है और वो भी बडी भव्य । मंदिर की इमारत भी काफी सुंदर है और इसमें एक गुफा भी बनी है
यहां पर झील को चारो ओर से घूमने के बाद मैने यहीं से किसी राहगीर से पूछा कि नौकुचिया ताल का रास्ता किधर को जाता है । यहीं पर जो फोटो में आप प्वाइंट देख रहे हो यहीं से उपर की ओर रास्ता जाता है नौकुचिया ताल का जो कि यहां से पांच किलोमीटर की दूरी पर है और वहां तक पहुंचने में मुझे पन्द्रह मिनट और लगी ।
यहां रास्ते के नजारे काफी बढिया थे । पहाडेा के बीच बने कुछ घर तो ऐसे होते हैं कि मन मोह लेते हैं । शायद इसी में से कोई घर इधर ही नन्दन भी बना रहे होंगे इसी तरह सोचता मै चला गया । मन तो सबका करता है पहाडो में घर बनाने के लिये ।रास्ते में एक ट्रक मिला जिसका नाम था भीमताल एक्सप्रेस । पत्थर भरे थे ट्रक में और भीमताल में क्या होना था पहाडो में है तो पत्थर तो होंगे ही । रास्ते में हरे और पीले रंग के खेत बडे सुंदर दिखायी दे रहे थे । वैसे पूरा का पूरा रास्ता सुनसान पडा था और एक दो जगह मुझे और भी पूछना पडा कि नौकुचिया ताल का रास्ता किधर को जाता है । यहां रास्ते में एक सुंदर मंदिर भी पडता है जिसमें हनुमान जी की काफी बडी मूर्ति है और वो भी बडी भव्य । मंदिर की इमारत भी काफी सुंदर है और इसमें एक गुफा भी बनी है जिसके गर्भगृह में दर्शन होते हैं हनुमान जी सामने ही थे विशाल रूप में सो मैने बाहर से ही हाथ जोड लिये और कैमरे में मंदिर को लेने के बाद आगे की राह पर चल पडा ।
aapki ye post badi hi sandar lagi ...
ReplyDeletekaamal ki photography hai
ReplyDeleteapki............bas esi tarah lage rahiye
बहुत सुन्दर पोस्ट.......
ReplyDeleteमन मोह लेती है आपकी फोटोग्राफ़ी....
अनु
post aur photo bahut sundar lge. Aap reply kyo nahi karte ....... Tnx
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