भीमताल से 5 किलोमीटर दूर ये झील भीमताल के दक्षिण पूर्व की ओर है और नैनीताल से 25 किलोमीटर की दूरी पर । सडक की हालत बढिया है । ये काफी गहरी झील है लगभग 44 मीटर । ऐसा बताते हैं । लम्बाई और चौडाई क्रमश 1004 और 750 मीटर है । समुद्र तल से इस जगह की लम्बाई 1292 मीटर की है । इसके नौ कोने होने की वजह से इसका नाम नौकुचियाताल पडा
नौकुचिया ताल आने पर सबसे पहले बोटिंग प्वांइट ही पडा नौकुचिया ताल नौ कोनो की झील पर इसके फोटो लेने के लिये कोनो में से जगह तलाशनी पडती है । झील के किनारे कोई हलचल नही थी और कोई गाडी या पर्यटक दिखायी नही दे रहा था । वैसे तो भीमताल में भी कोई खास भीड नही थी पर वहां पर दो चार घूमने वाले थे पर यहां तो रास्ता बिलकुल खाली था ।
घोडे पर बैठा छोटा सा लडका मुझे आफर दे रहा था साहब घूमोगे घोडे पर । बताओ जब ग्राहक ही ना हो तो क्या करे बेचारा बाइक वाला कहां पैसे लगाता है ये तो गाडी वाले होते हैं जो घोडे पर घूमते है अपनी तो कहीं भी पहुंच जाती है । इस झील के चारो ओर पेडो की भरमार है जो कि काफी बडे हैं क्योंकि झील नीचे में होने के बावजूद सडक पर से फोटो आसानी से नही ले सकते । खैर मै चलता चलता पहुंच गया दूसरे बोटिंग प्वांइट पर जो कि लास्ट में है । इसके चारो ओर रोड पूरी नही बनी है और एक जगह जाकर खत्म हो जाती है । शायद यहां से कुछ पेड काट दिये गये हैं और यहां से झील का काफी सुंदर नजारा दिखायी देता है । यहीं सामने एक चाय की दुकान थी जिस पर कोई ग्राहक भी नही था । मैने बाइक यहीं पर रोकी थी और फोटो वगैरा लेने के पहले दुकानदार को एक चाय बनाने को बोल दिया था । जब मै फोटो ले चुका तो उसने बोला कि चाय तैयार है । खाने की भूख तो पांच केले खाने के बाद रही नही थी इसलिये मैने खाना खाने की तो सोची ही नही ।आज तो मेरी बाइक घुमक्कड थी क्योंकि जहां जा रही थी वहीं पर पोज दे रही थी । वो तो मेरा फोटो नही खींच सकती थी पर मै तो उसका खींच सकता था सो मैने उसके ही लेने शुरू कर दिये चाय पीने के बाद मै नौकुचियाताल से वापस चल पडा । वैसे बढिया बात ये थी कि मै सफर तो अकेला कर ही रहा था पर दोनो जगहो पर अभी तक भीड ज्यादा नही मिली थी सो मै आराम से सब जगह का मजा ले रहा था ।
भीमताल से 5 किलोमीटर दूर ये झील भीमताल के दक्षिण पूर्व की ओर है और नैनीताल से 25 किलोमीटर की दूरी पर । सडक की हालत बढिया है । ये काफी गहरी झील है लगभग 44 मीटर । ऐसा बताते हैं । लम्बाई और चौडाई क्रमश 1004 और 750 मीटर है । समुद्र तल से इस जगह की लम्बाई 1292 मीटर की है । इसके नौ कोने होने की वजह से इसका नाम नौकुचियाताल पडा । ये नौ के नौ कोने एक खास बात और रखते हैं कि ये एक साथ देखे भी नही जा सकते यानि कोई ऐसी जगह नही है कि जिससे खडे होकर या बैठकर ये नौ कोने एक ही बार में दिख जायें । वैसे यहां के लोग ये भी मानते हैं कि अगर कोई आदमी इन नौ कोनो को एक साथ देख ले तो उसके साथ गंभीर दुर्घटना हो सकती है । नीले रंग के पानी वाली इस झील में काफी मोटी मोटी मछलियां है और मछली पकडने के शौकीन यहां पर आकर अपना शौक पूरा कर सकते हैं
बहुत खूबसूरत.....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर तस्वीरें,कई सालों पहले गयी थी यहाँ.
ReplyDeleteमनु भाई इस झील को भी देखा था।
ReplyDeletelekh padhkar aur jheel ke photo dekhar hamne dubara se apni yahan ki yatra ko yaad kar liya. photo acche lge.
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