Adi badri is the first in panch badri or sapth badri temple chain .it is situated near मंदिर मुख्य रूप से विष्णु भगवान को समर्पित है पर मंदिर परिसर में और भी छोटे छोटे कई मंदिर हैं । मुख्य मंदिर का चित्र लेना
Adi badri is the first in panch badri or sapth badri temple chain .it is situated near karnaprayag located 17 kilometers beyond karanprayag confluence of pinder river and alaknanda river in chamoli district uttranchal.
we not had any plan to see adi badri temple but when we were going to karanprayag we saw a board of this. Jat devta and me decided to go there . it was 15 km from there and about 30 to 40 minute was remain to sunset. The road was fantastic. we reach in 15 minute. the temple is dedicated to lord vishnu .The image of lord vishnu holds a mace ,lotus and chakra.
Camera battery was almost gone. So these pictures are from Mobile. There are some other temple in ground. Temple is on the main road and highway. we spent time there till the dark. after that we start to karnprayag for stay.
आदि बदरी मंदिर ना तो हमारे प्लान में था और ना ही हमने उसके बारे में सोचा था पर जब हम कर्णप्रयाग से कुछ ही दूर थे तो एक पुल से पहले डाइवर्जन आया जिस पर लिखा था कि आदि बदरी मंदिर किलोमीटर । हमने दिन की ओर देखा अभी अंधेरा होने में करीब आधा घंटा था तो हम मंदिर को दिन के उजाले में देख सकते थे ।
क्योंकि मेरे पास जो कैमरे के सैल थे वो भी डिस्चार्ज हो चुके थे तो एक उम्मीद थी मोबाईल से कुछ फोटो लिये जा सकते थे और उसके लिये उजाले का होना जरूरी था ।
बहुत तेजी से हमने बाइक चलायी और करीब पन्द्रह मिनट में ही वहां पर पहुंच गये । मंदिर मेन रोड पर ही है रानीखेत को जाने वाले हाइवे पर स्थित इस मंदिर के पास एक किला भी है जो समय ज्यादा हो जाने के कारण अब देखा नही जा सकता था नही तो हम जरूर देखते ।
मंदिर मुख्य रूप से विष्णु भगवान को समर्पित है पर मंदिर परिसर में और भी छोटे छोटे कई मंदिर हैं । मुख्य मंदिर का चित्र लेना मना है यहां पर विष्णु जी की काले पत्थर की मूर्ति है जिसमें वो हाथो में कमल और चक्र लिये हुए हैं ।
मंदिर के पुजारी जी के साथ भी हमने एक एक फोटो खिंचवाया । शांति का ये आलम था कि हम दोनो ही उस समय मंदिर में थे । उसके बाद हमने बाहर निकलकर अपने जूते पहने और चल पडे कर्णप्रयाग की ओर । वैसे जाट का मानना था कि यहीं पर रूक जाते हैं पर मै सोच रहा था कि आज कोई बढिया सा होटल लिया जाये तो कई दिन से जो नहाये भी नही थे वो सब सही हो जायेगा इसलिये कर्णप्रयाग जैसा बडा शहर ही ठीक रहेगा
we not had any plan to see adi badri temple but when we were going to karanprayag we saw a board of this. Jat devta and me decided to go there . it was 15 km from there and about 30 to 40 minute was remain to sunset. The road was fantastic. we reach in 15 minute. the temple is dedicated to lord vishnu .The image of lord vishnu holds a mace ,lotus and chakra.
Camera battery was almost gone. So these pictures are from Mobile. There are some other temple in ground. Temple is on the main road and highway. we spent time there till the dark. after that we start to karnprayag for stay.
आदि बदरी मंदिर ना तो हमारे प्लान में था और ना ही हमने उसके बारे में सोचा था पर जब हम कर्णप्रयाग से कुछ ही दूर थे तो एक पुल से पहले डाइवर्जन आया जिस पर लिखा था कि आदि बदरी मंदिर किलोमीटर । हमने दिन की ओर देखा अभी अंधेरा होने में करीब आधा घंटा था तो हम मंदिर को दिन के उजाले में देख सकते थे ।
क्योंकि मेरे पास जो कैमरे के सैल थे वो भी डिस्चार्ज हो चुके थे तो एक उम्मीद थी मोबाईल से कुछ फोटो लिये जा सकते थे और उसके लिये उजाले का होना जरूरी था ।
बहुत तेजी से हमने बाइक चलायी और करीब पन्द्रह मिनट में ही वहां पर पहुंच गये । मंदिर मेन रोड पर ही है रानीखेत को जाने वाले हाइवे पर स्थित इस मंदिर के पास एक किला भी है जो समय ज्यादा हो जाने के कारण अब देखा नही जा सकता था नही तो हम जरूर देखते ।
मंदिर मुख्य रूप से विष्णु भगवान को समर्पित है पर मंदिर परिसर में और भी छोटे छोटे कई मंदिर हैं । मुख्य मंदिर का चित्र लेना मना है यहां पर विष्णु जी की काले पत्थर की मूर्ति है जिसमें वो हाथो में कमल और चक्र लिये हुए हैं ।
मंदिर के पुजारी जी के साथ भी हमने एक एक फोटो खिंचवाया । शांति का ये आलम था कि हम दोनो ही उस समय मंदिर में थे । उसके बाद हमने बाहर निकलकर अपने जूते पहने और चल पडे कर्णप्रयाग की ओर । वैसे जाट का मानना था कि यहीं पर रूक जाते हैं पर मै सोच रहा था कि आज कोई बढिया सा होटल लिया जाये तो कई दिन से जो नहाये भी नही थे वो सब सही हो जायेगा इसलिये कर्णप्रयाग जैसा बडा शहर ही ठीक रहेगा
Lovely Temple
ReplyDeleteTravel India
enjoyed your TR...
ReplyDeletenice photos too :)
enjoyed your TR...
ReplyDeletenice photos too :)