रूद्राक्ष वन यहां का प्रमुख आकर्षण है । एक छोटे से एरिया में रूद्राक्ष के कई पेड हैं । इसके अलावा एक जगह पर नवग्रह वृक्षो का घेरा है जिसमें नौ ग्रहो के लिये माने जाने वाले पौघो को लगाया गया है आप चाहें तो इनकी परिक्रमा भी कर सकते हैं ।
गोपेश्वर हर्बल पार्क में ऐसी ऐसी औषधियो और जडियो के पेड थे जिसे इससे पहले मैने एक साथ नही देखा था । रूद्राक्ष वन यहां का प्रमुख आकर्षण है ।
Gopeshwar harbel park have many type of herbal medicine plant i never seen befoe at one place. Rudraksh forest is the main attraction here. A small area have many rudraksh trees. Apart from that , park have nine plants called Navratna trees belongs to nine planets.you can round them.
In second photo i had a broken leaf of sugar free tree which is 100 times more sweetness. But it is sugar free and used for making sugar free medicine.
their is a cottage at downstairs near the river. its a park and a nursery also where you can see and purchase also under one roof.
To understand name and work of all plants pharmaceuticals value their are signboards in english and hindi too. park administration have been made the way in the middle of the flowers.
the place was full of smell of herbals in pollution free area.
it was amazing place and i like it very much. if you are going to nearby gopeshwar keep this place in your mind
एक छोटे से एरिया में रूद्राक्ष के कई पेड हैं । इसके अलावा एक जगह पर नवग्रह वृक्षो का घेरा है जिसमें नौ ग्रहो के लिये माने जाने वाले पौघो को लगाया गया है आप चाहें तो इनकी परिक्रमा भी कर सकते हैं ।
चित्र न0 2 में मेरे हाथ में पत्ता है और इसका टूटा हुआ हिस्सा मैने मुंह में चबाया है पर यकीन मानिये कई घंटे तक भी मेरे मुंह से मिठास नही गयी । ये पेड है शुगर फ्री के रूप में जाना जाने वाला । इसकी मिठास चीनी से कई सौ गुना तेज होती है पर वो शुगर फ्री होती है और शुगर फ्री गोलियां इसी से बनती हैं ।
पार्क में उंचाई से उतरते उतरते सबसे नीचे तक पहुंच जाते हैं और यहां पर नदी की धारा है । एक काटेज बनी है और जगह जगह बैठने के लिये छतरियो युक्त गोले बने हैं । इसे एक तरह का पार्क और नर्सरी भी कह सकते हैं जो कि सरकार द्धारा प्रयास है सारी जडी बूटियो को एक जगह उपलब्ध कराने का देखने के लिये भी एवं खरीदने के लिये भी ।
सभी औषधियो को समझने के लिये उनके पास बोर्ड लगाकर उनके नाम हिंदी और अंग्रेजी में दिये गये हैं साथ ही वे किस रोग में काम आती हैं ये भी दिया गया है
पार्क की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिये फूलो के बीच से रास्ते बना दिये गये हैं ताकि हर फूल को देख सकें आराम से । इस जगह पर जो खूश्बू थी उसका मै बयान नही कर सकता । सारी औषधियों से निकलती खुश्बू वो भी प्रदूषण रहित वातावरण में और पहाडो की गोद में नदी के किनारे ।
मुझे तो कमाल की जगह लगी ये हर्बल पार्क । कभी आप लोग गोपेश्वर से गुजरो तो इसे अपनी लिस्ट में शामिल रखना
Gopeshwar harbel park have many type of herbal medicine plant i never seen befoe at one place. Rudraksh forest is the main attraction here. A small area have many rudraksh trees. Apart from that , park have nine plants called Navratna trees belongs to nine planets.you can round them.
In second photo i had a broken leaf of sugar free tree which is 100 times more sweetness. But it is sugar free and used for making sugar free medicine.
their is a cottage at downstairs near the river. its a park and a nursery also where you can see and purchase also under one roof.
To understand name and work of all plants pharmaceuticals value their are signboards in english and hindi too. park administration have been made the way in the middle of the flowers.
the place was full of smell of herbals in pollution free area.
it was amazing place and i like it very much. if you are going to nearby gopeshwar keep this place in your mind
एक छोटे से एरिया में रूद्राक्ष के कई पेड हैं । इसके अलावा एक जगह पर नवग्रह वृक्षो का घेरा है जिसमें नौ ग्रहो के लिये माने जाने वाले पौघो को लगाया गया है आप चाहें तो इनकी परिक्रमा भी कर सकते हैं ।
चित्र न0 2 में मेरे हाथ में पत्ता है और इसका टूटा हुआ हिस्सा मैने मुंह में चबाया है पर यकीन मानिये कई घंटे तक भी मेरे मुंह से मिठास नही गयी । ये पेड है शुगर फ्री के रूप में जाना जाने वाला । इसकी मिठास चीनी से कई सौ गुना तेज होती है पर वो शुगर फ्री होती है और शुगर फ्री गोलियां इसी से बनती हैं ।
पार्क में उंचाई से उतरते उतरते सबसे नीचे तक पहुंच जाते हैं और यहां पर नदी की धारा है । एक काटेज बनी है और जगह जगह बैठने के लिये छतरियो युक्त गोले बने हैं । इसे एक तरह का पार्क और नर्सरी भी कह सकते हैं जो कि सरकार द्धारा प्रयास है सारी जडी बूटियो को एक जगह उपलब्ध कराने का देखने के लिये भी एवं खरीदने के लिये भी ।
सभी औषधियो को समझने के लिये उनके पास बोर्ड लगाकर उनके नाम हिंदी और अंग्रेजी में दिये गये हैं साथ ही वे किस रोग में काम आती हैं ये भी दिया गया है
पार्क की सुंदरता में चार चांद लगाने के लिये फूलो के बीच से रास्ते बना दिये गये हैं ताकि हर फूल को देख सकें आराम से । इस जगह पर जो खूश्बू थी उसका मै बयान नही कर सकता । सारी औषधियों से निकलती खुश्बू वो भी प्रदूषण रहित वातावरण में और पहाडो की गोद में नदी के किनारे ।
मुझे तो कमाल की जगह लगी ये हर्बल पार्क । कभी आप लोग गोपेश्वर से गुजरो तो इसे अपनी लिस्ट में शामिल रखना
इस यात्रा का बेहतरीन स्थल, अगर रह जाता तो खैर अपने वाहन वाले ही यहाँ जा सकते है बस वालों के लिये थोड़ी सी मुश्किल आ सकती है।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ..... कमाल की जानकारी, कभी ज़रूर जाना चाहूँगीं यहाँ ...
ReplyDeleteमनु जी अब तो आपने एडसेंस भी लगा लिया है, कोइ और समस्या आ रही हो तो बताएं
ReplyDeleteजरूर जायेंगे कभी।
ReplyDeleteगुणकारी औषधीय वनस्पतियों के बारे में अच्छी जानकारी मिली।
आपकी यात्रा के बहाने वृक्ष महात्म्य की जानकारी भी हो गई।
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