फिर और नामो की तलाश की तो डाट ओआरजी , डाट इन और कई उपनाम लगे उपलब्ध थे । मै कोई दूसरा नाम भी ले सकता था पर मुझे वन टूरिस्ट से लगाव सा हो गया है इसलिये मैने वन टूरिस्ट डाट इन को चुन लिया औ
अभी अभी मैने एक अच्छा काम कर दिया है वो ये कि मैने अपने ब्लाग के साथ साथ एक डोमेन नेम परचेज कर लिया है । उसी के बारे में आपको बता रहा हूं । इसके साथ एक रोचक किस्सा भी जुड गया है ।
मै करीब दो महीने पहले डोमेन नेम सर्च करने बैठा वन टूरिस्ट डाट काम और वो मुझे मिल रहा था गो डैडी नाम की साइट पर वो भी 500 रू सालाना में ।
मैने लगातार दो तीन दिन सर्च करने के बाद अपना मन बनाया और उस नाम के लिये पेमेंट आप्शन पर पहुंच गया । पेमेंट डेबिट कार्ड से करने लगा पर पता नही क्या वजह थी कि पेमेंट नही हो सकी ।
गो डैडी डाट काम की तरफ से मैसेज आया मेल पर कि आपका सौदा होल्ड पर है तीन दिनो के लिये और आप दोबारा से पेमेंट कर सकते हैं
मै फिर से लापरवाह हो गया चलो नही हुआ तो नही सही और मैने उस ट्रांजिक्शन को पूरा नही किया
दो महीने बाद अबसे कुछ पांच या छह दिन पहले मै फिर से देखने लगा तो वही डोमेन नेम प्रीमियम की श्रेणी में जा चुका था । अब वो 84000 रूपये देकर ही मिल सकता था । आज मै इरादा करके बैठा था कि डोमेन नेम तो लेना ही है पर जब वन टूरिस्ट डाट काम नही मिला तो मै निराश हो गया । फिर और नामो की तलाश की तो डाट ओआरजी , डाट इन और कई उपनाम लगे उपलब्ध थे । मै कोई दूसरा नाम भी ले सकता था पर मुझे वन टूरिस्ट से लगाव सा हो गया है इसलिये मैने वन टूरिस्ट डाट इन को चुन लिया और उसी दिन पांच साल के लिये बुक भी कर लिया । इस नाम का खर्च भी ज्यादा नही था । ये 380 रू साल था और 1445 रू में पांच साल के लिये मिल गया । अब मेरे ब्लाग को खोलने पर आपको यही यू आर एल दिखायी देगा । आप इसे याद भी रख सकते हैं क्योंकि ये आसान है www.onetourist.in
तो ये थी नया डोमेन नेम परचेज करने की कहानी वैसे इसके बाद सब कुछ इतना आसान नही रहा क्योकि करीब 12 घंटे तक मेरा ब्लाग बंद हो गया था वो कैसे मै आगे बताउंगा
ऐसा भी होता है !!
ReplyDeleteरोचक किस्सा .....आभार।
ReplyDeleteएक नया ब्लॉग एग्रीगेटर (संकलक) : ब्लॉगवार्ता।