मैने उसे बताया कि भाई करीब 2000 किलोमीटर जाना है तो बोला कि ये जायेगी ही नही । मै बोला भाई अब तो इन्ने जाना पडेगा चाहे जैसे हो ।
थोडी दूर चलकर मैने बाइक की टंकी पैट्रोल से फुल करा ली । इसके बाद करीब दस किलोमीटर ही चला था कि राई नाम की एक जगह पर बाइक बंद हो गयी । बाइक जहां पर बंद हुई वो जगह थी राई और उस गांव का गेट था वहीं पर । सौभाग्य से गेट के बिलकुल बराबर में उस समय एक बाइक रिपेयरिंग की दुकान खुली थी । मुझे तो उम्मीद ही नही थी कि इस समय कोई दुकान खुली मिलेगी पर चलो बढिया है । दुकान पर एक लडका मौजूद था जिसे मैने बाइक दिखायी तो उसने सबसे पहले प्लग को देखा और नया प्लग निकालकर लगाया बाइक फिर भी स्टार्ट नही हुई बल्कि एक काम और हो गया कि बाइक की किक में प्रेशर खत्म हो गया ।
इसे देखकर वो लडका घबरा गया और बोला कि बोर्ड पर जो नम्बर लिखा है उसे मिला दो । मै अब समझा कि वो चेला था और सुबह सुबह दुकान खोलकर उसकी सफाई करने के लिये बैठा था । मैने उसके उस्ताद का नम्बर मिलाया तो उसने बताया कि मै रास्ते में हूं और पांच मिनट में पहुंच रहा हूं । मै इंतजार करने लगा । उसके बाद उसका मालिक यानि मेन मिस्त्री आया और उसने कुछ तेल वगैरा डालकर और कुछ जुगाड सा करके बाइक स्टार्ट तो कर दी पर बोला कि आपकी बाइक के वाल कमजोर हो गये हैं और ये नये डालने होंगे । मैने इस टूर के लिये बाइक की सर्विस करवा कर खडी कर दी थी कई दिन पहले और मुझे ऐसी कोई उम्मीद नही थी । पर मुझे वापस जाना भी मंजूर नही था । बडी मुश्किलो से घर और नौकरी से समय निकालकर बच्चो से आज्ञा लेकर और पैसो का इंतजाम करके तब कहीं टूर के लिये निकलना होता है ।
मैने उससे पूछा कि क्या क्या दिक्कत आ सकती है और कब तो उसने बोला कि वैसे अगर आप आराम आराम से जाओ तो काम चल भी सकता है । वैसे आपको जाना कहां है ? मैने उसे बताया कि भाई करीब 2000 किलोमीटर जाना है तो बोला कि ये जायेगी ही नही । मै बोला भाई अब तो इन्ने जाना पडेगा चाहे जैसे हो ।
बस मै बाइक लेकर चल पडा हां इतना जरूर किया कि दिल्ली से निकलते टाइम जो सत्तर तक की स्पीड पर लेकर चला था अब उसमें ब्रेक लग गये थे और अब मै केवल 50 की स्पीड से चला रहा था । इतने बढिया हाइवे पर पचास की स्पीड से चलाना दुखदायी होता है पर क्या किया जा सकता था । पचास की स्पीड पर भी बाइक खिंचाव सा महसूस दे रही थी । मै नाश्ता करने के लिये करीब 150 किलोमीटर बाद रूका तो जाट देवता को फोन किया और बताया कि बाइक में ऐसी दिक्कत आ गयी है पर मै जाउंगा और जो भी होगा रास्ते में देखा जायेगा । नाश्ते में मैने एक परांठा लिया और एक प्लेट दही ली । ये काफी था कई घंटे के लिये और मै धीरे धीरे चलता रहा ।
राम राम जी. आपका नया कैमरा तो कहर ढा रहा हैं. मन्नू भाई इतना रिस्क ना लिया करो, यदि सवारी ठीक हो तो टेंशन नहीं रहती हैं...वन्देमातरम...
ReplyDeletejab lekh me maza aane lagata hai wahi khatama kar dete ho.camere se fotuon me chand lag gaye.thoda lamba likha karo
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