कटोल से पाराशर जाने के लिये कटोल से थोडा आगे चलते ही दो रास्ते कटते हैं । यहां से पाराशर झील करीब 25 किलोमीटर है । दूसरा रास्ता जो भुंतर को जाता है वो पक्की सडक है । यहां से पाराशर को जा रही सडक भी कुछ पांच किलोमीट
कटोल से पाराशर जाने के लिये कटोल से थोडा आगे चलते ही दो रास्ते कटते हैं । यहां से पाराशर झील करीब 25 किलोमीटर है । दूसरा रास्ता जो भुंतर को जाता है वो पक्की सडक है । यहां से पाराशर को जा रही सडक भी कुछ पांच किलोमीटर तक तो पक्की है उसके बाद कच्ची सडक शुरू हो जाती है और उसके बाद शुरू होती है दर्दनाक सफर की शुरूआत । कच्ची सडक तक तो ठीक था पर उसके बाद जो सडक आती है वो है खडी चढाई वाली और वो सडक नही बल्कि पत्थर पडे हुए हैं जिन पर गाडी चलाने में शोकरो को भी पसीना आ जाता है ।
मेरी तो बाइक के शोकर हैं ही नही । 4 साल होने वाले हैं नयी को लिये हुए अब कहां रह रहे होंगें । इस रास्ते ने बिलकुल थकाकर रख दिया । इतना खराब रास्ता होने की तो मैने कल्पना भी नही की थी । पाराशर से एक किलोमीटर पहले एक सुंदर बुग्याल आया और एक छोटी सी झील भी जिसे मै आपको वापसी में आते हुए दिखाउंगा । वैसे तो लास्ट प्वाइंट यहां पर बना वन विभाग का रेस्ट हाउस है पर बाइक और छोटी गाडियां और आगे तक भी जा सकती हैं इसलिये मै अपनी बाइक को वहीं तक ले गया जहां से बस थोडी करीब 150 मीटर की चढाई चढकर पाराशर झील दिखती और मुझे जाना था वहीं पर । 2730 मीटर की उंचाई पर आने के लिये बडा दर्द झेलना पडा था अब समय था कुछ खूबसूरती की डोज लेने का
पाराशर के रास्ते से दिखती बर्फ से ढकी पहाडो की सुंदर चोटिया |
पाराशर से पहले एक सुंदर बुग्याल |
पाराशर का लास्ट प्वांइट छोटी गाडी या बाइक यहीं तक जा सकते हैं |
hi Tyagi ji aapki yatra varnan bahoot accha hai.
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