घर से करीब 325 किलोमीटर तक मै बडे मजे में बाइक चलाता रहा क्योंकि प्लेन रास्ता था । हम पिछले साल मणिमहेश यात्रा में जाते समय एक शार्टकट मारकर गये थे इस बार भी उसी रास्ते को जाना था । ये हाइवे पर ही टोल टैक्स से बिल्कुल ऐन पहले सीधे हाथ को यानि दूसरी साइड को एक रास्ता जाता है जो कि खरड को होकर जाता है । चूंकि मेरा लक्ष्य मंडी जाने का था इसलिये मै इसी रास्ते से मुड गया ।
घर से करीब 325 किलोमीटर तक मै बडे मजे में बाइक चलाता रहा क्योंकि प्लेन
रास्ता था । हम पिछले साल मणिमहेश यात्रा में जाते समय एक शार्टकट मारकर
गये थे इस बार भी उसी रास्ते को जाना था । ये हाइवे पर ही टोल टैक्स से
बिल्कुल ऐन पहले सीधे हाथ को यानि दूसरी साइड को एक रास्ता जाता है जो कि
खरड को होकर जाता है । चूंकि मेरा लक्ष्य मंडी जाने का था इसलिये मै इसी
रास्ते से मुड गया । खरड के रास्ते पर चलते ही पंजाब की झलक मिलनी शुरू हो
जाती है पंजाबी लोगो में खाने पीने और मकान में अपनी झलक दिखाने की चाह बडी
होती है
और इसीलिये घरो के उपर किसी ने बाज तो किसी ने फुटबाल बना रखी हैं
। एक तो होटल पडता है इसी हाइवे पर उसने तो पूरा का पूरा ट्रक ही बनवा रखा
है । यहां के सभी होटलो पर भी पंजाबी ग्रामीण जीवन की झांकिया दिखाती हुई
पूरी आदमकद की मूर्तिया लगी हैं जिनमें कोई औरत चूल्हे पर रोटी बना रही है
तो कहीं पर किसान हल जोत रहा है । यहां से मै चलता रहा और कीरतपुर साहिब से
मैने विलासपुर वाला रास्ता पकड लिया । यहां कीरतपुर साहिब पर मेला सा लगा
हुआ था । पंजाबी ट्रको और ट्रैक्टरो में भर भरकर आ रहे थे क्योंकि अगले दिन
बैसाखी का त्यौहार था इसलिये शायद यहां की यात्रा चल रही थी । कीरतपुर से
आगे चलते ही मुझे पता चल गया कि अब रास्ता आसान नही होगा क्योंकि यहां से
आगे सडक बहुत खराब थी
सुंदर, रोचक.
ReplyDeleteखूबसूरत चित्रकारी....
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल सोमवार (06-05-2013) के एक ही गुज़ारिश :चर्चा मंच 1236 पर अपनी प्रतिक्रिया के लिए पधारें ,आपका स्वागत है
ReplyDeleteसूचनार्थ
Nice post if you are traveler and exploring person. then this will help you in the journey. CLickRoadies
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