गसराहन का प्रसिद्ध और 51 शक्तिपीठो में से एक माता भीमाकाली का मंदिर देखने के बाद अब बारी थी रूकने की । यहां पर मंदिर के दर्शन करने से पहल...
गसराहन का प्रसिद्ध और 51 शक्तिपीठो में से एक माता भीमाकाली का मंदिर देखने के बाद अब बारी थी रूकने की । यहां पर मंदिर के दर्शन करने से पहले जो कुछ हुआ वो मैने आपको पिछली पोस्ट में नही बताया क्योंकि मै चाहता था कि वो पोस्ट पूरी तरह से माता को ही समर्पित हो ।
हुआ यूं कि मै रात के दस बजे गाजियाबाद से चला था । चले तो जाट देवता और राकेश भी उसी समय थे लेकिन वे पहले तो ट्रेन से आने वाले थे जब ट्रेन नही मिली तो वे बस से आ गये चंडीगढ । यहां से उन्होने बाइक उठायी और चल पडे सुबह के 6 बजे के करीब ।
जबकि मै रात के दस बजे से ही बाइक चला रहा था । नींद के बारे में उनका कहना था कि वो भी नही सो पाये बस में लेकिन सोये भले ना पर बाइक चलाने में जो अटेंशन है या कमर सीधी रहती है ऐसा उनके साथ नही था ।
चलने से पहले जो बात हुई थी वो रामपुर की थी कि पहले दिन रामपुर या सराहन रूकेंगें । हालांकि मै इस बात का कभी पक्षधर नही रहा कि जहां पर कह दिया वहीं पर जाना है । मै तो समय हो तो उससे भी आगे जाने को तैयार रहता हूं और अगर समय ना हो तो वहां से पहले भी रूकने को तैयार रहता हूं । पर हमारे साथी राकेश तो जिद लगाये बैठे थे कि नही सराहन में रूकने को कुछ नही है और हम तो ज्यूरी में ही वापस आकर रूकेंगें ।
आज 20 घंटे से बाइक चलाते हुए मै तो 560 किलोमीटर आ चुका था । मुझे थकान नही थी बस नींद सता रही थी । थकान तो मुझे एक रात और भी बाइक चलानी पडे तो ना हो । मैने राकेश को समझाने की कोशिश भी की कि भाई अगर मै या कोई भी सुबह 4 बजे चले तो वो पूरे दिन बाइक चलाकर पूरी रात भी चला सकता है पर अगर कोई रात को चले तो दिन में घूप निकलते ही उसे नींद ना आये ऐसा नही हो सकता । फिर तुमने 260 चलाई है तो मैने उसकी दुगुनी बाइक चलायी है आज सराहन में रूक जाते हैं ज्यूरी यहां से सिर्फ 17 किलोमीटर दूर है वो भी ढालान पर तो सुबह सवेरे उठकर चले जायेंगें पर नही भाई को तो जिद लगी थी कि यहां पर टैंट लगाने की जगह नही है ना ही मिलेगी पर ज्यूरी में सडक किनारे किसी जंगल में लगा लेंगें ।
जब बहुत देर हो गयी झें झें करते हुए तो मैने कह दिया भाई मै तो जा नही रहा जिसको जाना है चले जाओ । उसके बाद जाट देवता ने कहा कि पहले मंदिर में दर्शन कर लो बाद में चलेंगें जहां पर चलना है । हमने मंदिर में दर्शन किये और उसके बाद बाइक पर चल दिये कि रास्ते में जहां भी जगह मिलेगी वहीं पर टैंट लगा लेंगें । हम रास्ते में एक दो लोगो से पूछने भी लगे कि यहां पर कोई टैंट लगाने की जगह है क्या ? एक सज्जन ने बताया कि यहां से आधा किलोमीटर उपर हैलीपैड है वहां पर जगह है । उसकी बात मानकर मैने जाट और राकेश को कहा कि एक बार चलकर देखने में क्या हर्ज है ? आधा किलोमीटर चलने के बाद हम हैलीपैड पर पहुंच गये जिसके पास में पार्किंग की जगह बनी हुई थी । वहीं पर टैंट गाडने का प्रोग्राम शुरू कर दिया । राकेश के पास चार लोगो की क्षमता वाला टैंट है जिसे रास्ते में मिलने के बाद मैने अपनी बाइक पर लाद लिया था । स्लीपिंग बैग हम सब लिये हुए थे बस मेरे पास मैट्रेस नही थी क्योंकि श्राद्धपक्ष होने के कारण मै कुछ सामान ना तो खरीद पाया था और ना ही खरीद सकता था ।
अब बात आयी कि खाना खाने के लिये नीचे कौन कौन चलना चाहता है । टैंट लगने के बाद मेरा कहीं जाने का मन नही था सिवाय सोने के तो मैने बोल दिया कि अगर कोई जाये तो मेरे लिये तो केवल दो बिस्कुट के पैकेट ले आये । अगर कोई वो भी नही लाये तो भी कोई बात नही । पर फिर खाना खाने कोई नही गया और गया हो तो मुझे पता नही क्योंकि मै तो घोडे , गधे , हाथी सब बेचकर सो गया था ।
सुबह जब उठे तो तरोताजा हो चुका था । पर यहां तो फ्रेश होने के लिये काफी दूर जाना पडता जहां पर पानी था । तो इसलिये हमने टैंट को पैक किया और वापस सराहन गये पर वहां का सुलभ शौचालय बंद था इसलिये सीधे ज्यूरी में पहुंच गये । ज्यूरी में जाने के बाद वहां के सुलभ शौचालय मे मै फ्रेश होने चला गया । जब मै वहां से निकला तो मैने उस सुलभ वाले बंदे से पूछा कि क्या यहां पर नहाने का इंतजाम भी है तो उसने कहा कि इंतजाम तो है पर ठंडे पानी से अगर आपको गर्म पानी में नहाना है तो मंदिर में चले जाओ सामने वहां पर गर्म पानी मिल जायेगा ।
मंदिर में गर्म पानी मिल जायेगा ? मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था और ना ही उस बंदे ने सही से बताया कि क्या बात है पर बात का पता तो तभी चला जब वहां पर पहुंचे
बाइक से 2000 किमी0 6 दिन में
सराहन ,चितकुल,सांगला , काजा होते हुए
Ghaziabad to narkanda by Bike ,Day 1 ,गाजियाबाद से नारकंडा
Narkanda to nirath ,day 2 ,नारकंडा से निरथ ,himachal pradesh
निरथ का सूर्य मंदिर
Sun temple ,NIrath , Himachal pradesh ,Day 1, सूर्य मंदिर , निरथ , हिमाचल , पहला दिन
रामपुर और सराहन भीमाकाली मंदिर
Nirath to rampur Bushar ,Himachal , Day 1 ,निरथ से रामपुर बुशहर
Bhimakali Temple , Sarahan , Himachal , Day 1 ,भीमाकाली मंदिर , सराहन , हिमाचल , पहला दिन
sarahan stay , DAy 1,Himachal ,सराहन में रात्रि विश्राम
Shiv temple and netural hot water , jury , sarahan , himachal ,प्राकृतिक गर्म पानी श्रोत , ज्यूरी ,हिमाचल day2-1
सांगला , चितकुल , किन्नौर
welcome to kinnour,किन्नौर में आपका स्वागत है , Day 2
taranda mata, तरंडा माता ,Himachal ,हिमाचल ,Day 2-3
karcham to sangla ,करछम से सांगला , day 2 -4
Sangla to chitkul ,सांगला से चितकुल ,Himachal ,day 2-5
Chitkul , चितकुल , हिमाचल प्रदेश, day 2 -6
chitkul villege temple and return to Sangla ,चितकुल देवी मंदिर और वापस सांगला day 2 -7
Kamru Fort , Sangla ,कमरू फोर्ट , सांगला ,Himachal ,day 2-8
Sangla to powari ,सांगला से पोवारी ,Himachal ,day 3 -1
world`s most dangerous road ,दुनिया की सबसे खतरनाक सडक का सफर ,himachal ,day 3-2 to nako
Nako lake ,kinnaur ,himachal ,नाको झील , किन्नौर , हिमाचल ,day 3-3
Maling Nala (NUllAH) मलिंग नाला , हिमाचल ,Day 3
सुमदो से गियू ,Sumdo to Giu , Himachal ,day 3-5
स्पीति
550 years old Mummy in himachal , 550 वर्ष पुरानी ममी गियू गांव हिमाचल में जो आज भी जिंदा है day 3 -5
Welcome to Spiti,Giu to Tabo via chandigarh , गियू से ताबो वाया चंडीगढ day 3-6
1100 years old Tabo monestry,Tabo , spiti,Himachal ,ताबो बौद्ध मठ , ताबो , स्पीति , हिमाचल day 3-7
Night stay at Tabo , Spiti, Himachal ताबो में रात्रि विश्राम ,स्पीति , हिमाचल ,day 4-1
Beauty of spiti vally in Photos ,day ,स्पीति घाटी की सुंदरताफोटोज में ,4-2
free wallpaper , download free images, to all my readers ,Tabo to Dhankar ,day 4-3
sangam of pin and spiti river ,स्पीति और पिन नदी का संगम day 4 -4
Dhankar monestry and fort , spiti , himachal ,धनकर बौद्ध मठ एवं किला day 4 - 5
Kaza Via pin vally ,पिन वैल्ली से होकर काजा ,day4-6
kaza, spiti , himachal ,काजा , स्पीति , हिमाचल day 4 -7
KI Monestry , Kaza , spiti , Himachal , की मोनस्ट्री , काजा , स्पीति , हिमाचल ,day4-9
highest village of himachal , Kibber,हिमाचल का सबसे उंचा गांव किब्बर day 4-11
hollywood location losser ,हालीवुड लोकेशन जैसा लोसर का रास्ता
from losser to kunzum la ,लोसर से कुंजुम पास के लिये day 4- 13
Kunzum pass , spiti,himachal ,कुंजुम ला,स्पीति , हिमाचल day 4-15
chandrtaal, ( moon lake ) spiti, himachal ,मून लेक , चन्द्रताल , स्पीति , हिमाचल day 4 -16
Batal to Chatru , spiti , himachal ,बातल से छातडू , स्पीति , हिमाचल day 5-1
Gramphoo to Rohtang pass ,ग्राम्फू से रोहतांग पास ,day 5-2
Rohtan pass to Manali ,रोहतांग पास से मनाली ,day 5-3
Manali to delhi , मनाली से दिल्ली से घर वापसी ,कुल्लू की शाम day 5 last
हुआ यूं कि मै रात के दस बजे गाजियाबाद से चला था । चले तो जाट देवता और राकेश भी उसी समय थे लेकिन वे पहले तो ट्रेन से आने वाले थे जब ट्रेन नही मिली तो वे बस से आ गये चंडीगढ । यहां से उन्होने बाइक उठायी और चल पडे सुबह के 6 बजे के करीब ।
जबकि मै रात के दस बजे से ही बाइक चला रहा था । नींद के बारे में उनका कहना था कि वो भी नही सो पाये बस में लेकिन सोये भले ना पर बाइक चलाने में जो अटेंशन है या कमर सीधी रहती है ऐसा उनके साथ नही था ।
चलने से पहले जो बात हुई थी वो रामपुर की थी कि पहले दिन रामपुर या सराहन रूकेंगें । हालांकि मै इस बात का कभी पक्षधर नही रहा कि जहां पर कह दिया वहीं पर जाना है । मै तो समय हो तो उससे भी आगे जाने को तैयार रहता हूं और अगर समय ना हो तो वहां से पहले भी रूकने को तैयार रहता हूं । पर हमारे साथी राकेश तो जिद लगाये बैठे थे कि नही सराहन में रूकने को कुछ नही है और हम तो ज्यूरी में ही वापस आकर रूकेंगें ।
आज 20 घंटे से बाइक चलाते हुए मै तो 560 किलोमीटर आ चुका था । मुझे थकान नही थी बस नींद सता रही थी । थकान तो मुझे एक रात और भी बाइक चलानी पडे तो ना हो । मैने राकेश को समझाने की कोशिश भी की कि भाई अगर मै या कोई भी सुबह 4 बजे चले तो वो पूरे दिन बाइक चलाकर पूरी रात भी चला सकता है पर अगर कोई रात को चले तो दिन में घूप निकलते ही उसे नींद ना आये ऐसा नही हो सकता । फिर तुमने 260 चलाई है तो मैने उसकी दुगुनी बाइक चलायी है आज सराहन में रूक जाते हैं ज्यूरी यहां से सिर्फ 17 किलोमीटर दूर है वो भी ढालान पर तो सुबह सवेरे उठकर चले जायेंगें पर नही भाई को तो जिद लगी थी कि यहां पर टैंट लगाने की जगह नही है ना ही मिलेगी पर ज्यूरी में सडक किनारे किसी जंगल में लगा लेंगें ।
जब बहुत देर हो गयी झें झें करते हुए तो मैने कह दिया भाई मै तो जा नही रहा जिसको जाना है चले जाओ । उसके बाद जाट देवता ने कहा कि पहले मंदिर में दर्शन कर लो बाद में चलेंगें जहां पर चलना है । हमने मंदिर में दर्शन किये और उसके बाद बाइक पर चल दिये कि रास्ते में जहां भी जगह मिलेगी वहीं पर टैंट लगा लेंगें । हम रास्ते में एक दो लोगो से पूछने भी लगे कि यहां पर कोई टैंट लगाने की जगह है क्या ? एक सज्जन ने बताया कि यहां से आधा किलोमीटर उपर हैलीपैड है वहां पर जगह है । उसकी बात मानकर मैने जाट और राकेश को कहा कि एक बार चलकर देखने में क्या हर्ज है ? आधा किलोमीटर चलने के बाद हम हैलीपैड पर पहुंच गये जिसके पास में पार्किंग की जगह बनी हुई थी । वहीं पर टैंट गाडने का प्रोग्राम शुरू कर दिया । राकेश के पास चार लोगो की क्षमता वाला टैंट है जिसे रास्ते में मिलने के बाद मैने अपनी बाइक पर लाद लिया था । स्लीपिंग बैग हम सब लिये हुए थे बस मेरे पास मैट्रेस नही थी क्योंकि श्राद्धपक्ष होने के कारण मै कुछ सामान ना तो खरीद पाया था और ना ही खरीद सकता था ।
अब बात आयी कि खाना खाने के लिये नीचे कौन कौन चलना चाहता है । टैंट लगने के बाद मेरा कहीं जाने का मन नही था सिवाय सोने के तो मैने बोल दिया कि अगर कोई जाये तो मेरे लिये तो केवल दो बिस्कुट के पैकेट ले आये । अगर कोई वो भी नही लाये तो भी कोई बात नही । पर फिर खाना खाने कोई नही गया और गया हो तो मुझे पता नही क्योंकि मै तो घोडे , गधे , हाथी सब बेचकर सो गया था ।
सुबह जब उठे तो तरोताजा हो चुका था । पर यहां तो फ्रेश होने के लिये काफी दूर जाना पडता जहां पर पानी था । तो इसलिये हमने टैंट को पैक किया और वापस सराहन गये पर वहां का सुलभ शौचालय बंद था इसलिये सीधे ज्यूरी में पहुंच गये । ज्यूरी में जाने के बाद वहां के सुलभ शौचालय मे मै फ्रेश होने चला गया । जब मै वहां से निकला तो मैने उस सुलभ वाले बंदे से पूछा कि क्या यहां पर नहाने का इंतजाम भी है तो उसने कहा कि इंतजाम तो है पर ठंडे पानी से अगर आपको गर्म पानी में नहाना है तो मंदिर में चले जाओ सामने वहां पर गर्म पानी मिल जायेगा ।
मंदिर में गर्म पानी मिल जायेगा ? मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था और ना ही उस बंदे ने सही से बताया कि क्या बात है पर बात का पता तो तभी चला जब वहां पर पहुंचे
बाइक से 2000 किमी0 6 दिन में
सराहन ,चितकुल,सांगला , काजा होते हुए
Ghaziabad to narkanda by Bike ,Day 1 ,गाजियाबाद से नारकंडा
Narkanda to nirath ,day 2 ,नारकंडा से निरथ ,himachal pradesh
निरथ का सूर्य मंदिर
Sun temple ,NIrath , Himachal pradesh ,Day 1, सूर्य मंदिर , निरथ , हिमाचल , पहला दिन
रामपुर और सराहन भीमाकाली मंदिर
Nirath to rampur Bushar ,Himachal , Day 1 ,निरथ से रामपुर बुशहर
Bhimakali Temple , Sarahan , Himachal , Day 1 ,भीमाकाली मंदिर , सराहन , हिमाचल , पहला दिन
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Shiv temple and netural hot water , jury , sarahan , himachal ,प्राकृतिक गर्म पानी श्रोत , ज्यूरी ,हिमाचल day2-1
सांगला , चितकुल , किन्नौर
welcome to kinnour,किन्नौर में आपका स्वागत है , Day 2
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Chitkul , चितकुल , हिमाचल प्रदेश, day 2 -6
chitkul villege temple and return to Sangla ,चितकुल देवी मंदिर और वापस सांगला day 2 -7
Kamru Fort , Sangla ,कमरू फोर्ट , सांगला ,Himachal ,day 2-8
Sangla to powari ,सांगला से पोवारी ,Himachal ,day 3 -1
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Maling Nala (NUllAH) मलिंग नाला , हिमाचल ,Day 3
सुमदो से गियू ,Sumdo to Giu , Himachal ,day 3-5
स्पीति
550 years old Mummy in himachal , 550 वर्ष पुरानी ममी गियू गांव हिमाचल में जो आज भी जिंदा है day 3 -5
Welcome to Spiti,Giu to Tabo via chandigarh , गियू से ताबो वाया चंडीगढ day 3-6
1100 years old Tabo monestry,Tabo , spiti,Himachal ,ताबो बौद्ध मठ , ताबो , स्पीति , हिमाचल day 3-7
Night stay at Tabo , Spiti, Himachal ताबो में रात्रि विश्राम ,स्पीति , हिमाचल ,day 4-1
Beauty of spiti vally in Photos ,day ,स्पीति घाटी की सुंदरताफोटोज में ,4-2
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sangam of pin and spiti river ,स्पीति और पिन नदी का संगम day 4 -4
Dhankar monestry and fort , spiti , himachal ,धनकर बौद्ध मठ एवं किला day 4 - 5
Kaza Via pin vally ,पिन वैल्ली से होकर काजा ,day4-6
kaza, spiti , himachal ,काजा , स्पीति , हिमाचल day 4 -7
KI Monestry , Kaza , spiti , Himachal , की मोनस्ट्री , काजा , स्पीति , हिमाचल ,day4-9
highest village of himachal , Kibber,हिमाचल का सबसे उंचा गांव किब्बर day 4-11
hollywood location losser ,हालीवुड लोकेशन जैसा लोसर का रास्ता
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Kunzum pass , spiti,himachal ,कुंजुम ला,स्पीति , हिमाचल day 4-15
chandrtaal, ( moon lake ) spiti, himachal ,मून लेक , चन्द्रताल , स्पीति , हिमाचल day 4 -16
Batal to Chatru , spiti , himachal ,बातल से छातडू , स्पीति , हिमाचल day 5-1
Gramphoo to Rohtang pass ,ग्राम्फू से रोहतांग पास ,day 5-2
Rohtan pass to Manali ,रोहतांग पास से मनाली ,day 5-3
Manali to delhi , मनाली से दिल्ली से घर वापसी ,कुल्लू की शाम day 5 last
सुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार आदरणीय-
Beautiful St. Bernard, awesome location and pics.
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति यात्रा की
ReplyDeleteटैन्ट में सोने का अलग मजा है।
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