पहली बार ऐसा हुआ था कि मैने अपनी यात्रा में एक नही तीन शहरो को आटो यानि थ्री व्हीलर से किया । थोडी सी झिझक थी पर जैसे ही हम चले सब दूर हो गय...
पहली बार ऐसा हुआ था कि मैने अपनी यात्रा में एक नही तीन शहरो को आटो यानि थ्री व्हीलर से किया । थोडी सी झिझक थी पर जैसे ही हम चले सब दूर हो गयी । सडक की स्थिति बढिया थी और आटो की स्पीड भी 50 से कम नही थी । हमारा फैसला सही हुआ था । दो हजार के किराये की बजाय एक हजार में आटो हो गया था ।
उडीसा के जनजीवन और गांवो को देखते हुए हम आराम से जा रहे थे । आटो वाला भी बढिया बंदा था । वो अक्सर टूरिस्टो को घूमाया करता था पर वो कह रहा था कि आज ही इतना लंबा सफर मिला था । शायद सोच रहा होगा कि सही में पागल आज पल्ले पडे हैं खैर वो हमें हर वो चीज बता देता था जो हम पूछते थे । आज बढिया दिहाडी पल्ले पड रही थी सो गाइड का काम भी कर रहा था ।
रबर के पेड भी उसने हमें दिखाये तो नदी और नालो तक के नाम बताये । हमारा सबसे पहला टारगेट आ गया था । कोणार्क से पहले सडक किनारे समुद्र तट दिखने लगता है पर वो एक जगह पर आकर बीच के तरीके से सामने आता है । इसका नाम चन्द्रभागा बीच है । यहां पर सागर की दूधिया लहरे रेत से अटखेलियां करती हैं । यहां लहरो का बहाव बहुत तेज है और नहाना तो शायद ही कोई करता हो पर समुद्र का बहुत अच्छा रूप देखने को मिलता है इसलिये यहां पर हर आदमी रूक कर जाता है । वैसे मुझे तो यहां पर ज्यादातर लोकल बच्चे ही मस्ती करते मिले । एक कारण और भी समझ में आया कि शायद लोग यहां पर नहाने के मूड से आते ही नही हैं क्योंकि ज्यादातर तो पैकेज बसो में होते हैं जिन्हे मिलता है तीस मिनट का समय तो इतने में नहाना और कपडे बदलने कहां तक सम्भव हैं ।
यहां पर काफी पैसे खर्च करके सौंदर्यकरण किया गया है । पर्यटको के आगमन के कारण ये जगह गुलजार रहती है । जो भी कोणार्क देखने जाता है चन्द्रभागा बीच जरूर देखता है ।
पुरी से कोणार्क तक का समुद्रतट हरा भरा था, चक्रवात में पर सब उखड़ गया था।
ReplyDeleteहम भी घूम आए फिर से ........
ReplyDeleteबहुत बढिया प्रस्तुति
ReplyDeleteमैं वास्तव में अपनी पोस्ट का आनंद लिया. हिंदी मेरे कीबोर्ड में सक्षम नहीं है.
ReplyDeleteमैं गूगल अनुवादक का उपयोग कर रहा हूँ.
मैं बहुत ज्यादा इस लाइन पसंद है " एक कारण और भी समझ में आया कि शायद लोग यहां पर नहाने के मूड से आते ही नही हैं क्योंकि ज्यादातर तो पैकेज बसो में होते हैं जिन्हे मिलता है तीस मिनट का समय तो इतने में नहाना और कपडे बदलने कहां तक सम्भव हैं ।"
धन्यवाद
सादर
रचित