कैम्पटी फाल मसूरी माल रोड से करीब 15 किलोमीटर नीचे उतरकर है । यहां हमें अगले दिन जाना था । आज रात को रूकने के लिये सबसे पहले होटल ढूंढना था...
कैम्पटी फाल मसूरी माल रोड से करीब 15 किलोमीटर नीचे उतरकर है । यहां हमें अगले दिन जाना था । आज रात को रूकने के लिये सबसे पहले होटल ढूंढना था । माल रोड और गन हिल पर घूमते समय हमने कई होटलो को खंगाला पर आज तो पर्यटक सीजन होने की वजह से पहले तो कोई खाली ही नही था और जहां पर खाली होता वहां पर 2 हजार से उपर ही मिलता ।
हम तो निराश हो चले थे क्योंकि माल रोड से निकलकर हम गाडी के पास आये और गाडी में बैठकर चार पांच किलोमीटर आगे तक गये पर किसी भी होटल में कमरा खाली ही नही था और जिनमे था उनमें वही समस्या थी महंगे की । चार पांच किलोमीटर घूमने के बाद हम वापिस माल रोड की ओर चल दिये पर यहां इतना जाम लग गया कि गाडी ना तो आगे की ओर सरक रही थी और ना ही उसे वापस घुमाने की जगह थी । हम फंस गये थे । इतने में गाडी के पास एक छोटा सा बच्चा आया । उसने पूछा कमरा चाहिये ? हमने कहा हां पर कितने तक है ? उसने कहा 1 हजार रूपये तक का तो हमने फौरन हां भर दी । दो भाई उस बच्चे की साथ पैदल चले गये ।
वो होटल ऐसी जगह था कि सामान्य दिनो में कोई वहां पर शायद फटके भी नही पर आज तो वो भी गुलजार था । वो होटल भी नही बल्कि होम स्टे था और आज तो जगमगा रहा था । जब तक होटल देखा तब तक गाडी जाम में ही फंसी रही । जब उधर से हां हो गयी तो गाडी घुमाकर वहीं पर ले आये । कमरे में सामान फेंकने के बाद खाना खाने गये । ज्यादा दूर नही जा सके इसलिये महंगा ही खाना खा लिया ।
खाना खा पीकर सो गये । अगली सुबह उठकर हम कैम्पटी फाल के लिये चल दिये । यहां भी कल की तरह काफी भीड थी । सीजन का लास्ट और पीक टाइम चल रहा था । कैम्पटी फाल का दूधिया गिरता पानी सदा से आकर्षण का केन्द्र रहा है । इसके पानी गिरने की उंचाई इतनी ज्यादा होने के बावजूद भी यहां पर नहाना मजेदार रहा है । स्वीमिंग पूल जितनी गहराई और क्रिस्टल क्लियर पानी जो कि बर्फ जितना ठंडा है मजा दुगुना कर देता है । गर्मियो में हमारे यहां गर्मी तो ताबडतोड गिरती ही है पर साथ में धूल धक्कड भी खूब बढ जाती है । ऐसे में ऐसी जगह पर स्वर्ग का एहसास होता है ।
यहां भी नीचे जाने के लिये रोप वे लगा हुआ है । यहां पर उल्टा है । अक्सर उपर जाने के लिये लोग ट्राली में बैठते हैं पर यहां पर सोचते हैं कि नीचे ही तो उतरना है इसलिये रोप वे में बैठते नही । बाद में जब खडी चढाई चढते हैं तो सारी ठंडक निकल जाती है । यहां मै आराम तलब लोगेा की बात कर रहा हूं ।
चलो अब अगर आप कैम्पटी फाल घूम लिये हों तो मै आपको एक जगह और दिखा देता हूं नहाने के लिये कल को
वाह, रहना और खाना भी थोड़ा सस्ता हो जाये तो पर्यटन का आनन्द बढ़ जायेगा।
ReplyDeleteनवम्बर में नहाया था एक बार कैम्पटी फ़ाल में, ठंड के मारे आज तक झुरझुरी नहीं गई :)
ReplyDeleteजैसे महंगे ऊनी कपड़ों को अंडर वियर की तरह से किसी भी पानी में नहीं डुबाते बल्कि सिर्फ ड्राई क्लीन कराते हैं उसी तरह अपने शरीर को भी देखभाल करनी चाहिए। हम तो शरीर की भी ड्राई क्लीनिंग में ही यकीन रखते हैं। ये नहीं कि किसी भी पोखर, तालाब, जोहड़, राज्वाहे में डुबकी लगा ली। ;-) :-D
ReplyDeleteWonderful Signs of Beauty and has thrilling natural Identity.
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