सुबह सवेरे रिषीकेश में उठकर हम लोग रिवर राफटिंग करने वालो को ढूंढने लगे । अभी तक तो दुकाने भी नही खुली थी । हो सकता है ज्यादातर लोग पह...
सुबह सवेरे रिषीकेश में उठकर हम लोग रिवर राफटिंग करने वालो को ढूंढने लगे । अभी तक तो दुकाने भी नही खुली थी । हो सकता है ज्यादातर लोग पहले ही एडवांस बुकिंग करा लेते हों । हमें तो जो एक दो दुकाने दिखायी दी हम उन्ही के सामने खडे हो गये और उन्हे फोन किया । फोन पर जबाब आया जी हम आ रहे हैं आप इंतजार करिये ।
ग्रीन गंगा एडवेंचर नाम की इस एजेंसी के कारिंदो से हमारी 500 रूपये प्रति व्यक्ति की बात तय हो गयी । ये लोग हमें अपनी गाडी से लेकर जाने वाले थे शिवपुरी तक और वहां से हमें नाव से लक्ष्मण झूला तक लेकर जाने वाले थे । एक पिकअप गाडी में हमें बिठा दिया गया । गाडी के उपर ही नाव रखी थी । गाडी से उतरने के बाद वो नाव उतारकर उन्होने हमें दे दी और कहा कि अब आप इसे अपने सिर पर रखकर नीचे नदी तक ले जाओ ।
नाव में वजन तो कोई बहुत ज्यादा नही था इसलिये हम चारो इसे आराम से नीचे ले आये । इसके बाद हमें हैलमेट दिये गये और साथ ही लाइफ जैकेट भी पहनने को दी गयी । हाथ में चप्पू थे और नया सा तजुर्बा लग रहा था । हम अकेले नही थे । हमारी नाव में एक परिवार भी था । परिवार में पति , पत्नि , उनका एक बेटा , पत्नि की बहन यानि उनकी साली और एक पंडित जी थे ।
पूरा परिवार रिषीकेश कोई धार्मिक पूजापाठ करने आया था । जब मौका देखा तो सोचा कि रिवर राफटिंग भी कर ली जाये । अब ऐसे में पंडित जी को कहां छोडते सो उन्हे भी साथ ले आये । पंडित जी परंपरागत वेशभूषा में थे । इसलिये थोडा सहज नही थे । एक बार तो उनकी धोती बिलकुल उपर ही उठ गयी थी पानी से बाहर निकलने के बाद
समुद्र तक की लहरो पर काफी उंचाई तक उछलने का अनुभव कर चुका था मै अब तक लेकिन ये मेरे लिये एकदम नया और रोमांचकारी था । गंगा जी की खतरनाक लहरो पर उछलती राफट को देखना एक अलग बात होती है और उस पर बैठना अलग । शांत और गहरे पानी में इस नाव का चलना मजेदार होता है जबकि मोडो पर और कम गहराई में तेजी से उछलती लहरो और सामने दिखते पत्थरो से बचना रोमांच के साथ साथ मृत्यु का अनुभव देने वाला होता है ।
हमें सबसे शुरू में हमारे गाइड से मिलाया गया । बैठते ही उन्होने हमें एक वाटरप्रूफ थैले में हमारे मोबाईल और कैमरा आदि डालने के लिये कहा । नियम कायदे बताये कहा कि मै नाव नही चलाउंगा सिर्फ बताउंगा जबकि मैदान में उतरने के बाद हालत ये थी कि चप्पू से जोर तो हमारे लगवा रहा था और नाव को दिशा देने का काम खुद कर रहा था ।
बीच में एक जगह पर इंटरवल का समय था । यहां एक चटटान पर एक चाय वाले बैठै थे । इसी के पास आ रही एक धारा थी जिसमें बैठकर हमने फोटो खिंचवाये । उसके बाद यहीं पर मौजूद एक चटटान से करीब 25 फुट की उंचाई से छलांग लगानी थी । छलांग ऐच्छिक थी । मैने तो लगायी नही पर बाकी सबने उस चटटान से छलांग लगायी । यहां पर पानी काफी गहरा था और नीचे गिरने के बाद किसी पत्थर से टकराने का डर नही था ।
उसके बाद दोबारा से यात्रा शुरू हुई और इस बार बारी थी हमारी नाव के चालक की । उसने दो तीन लोगो को नाव से अचानक धक्का दे दिया । गिरने वाले डूबने वाले तो थे नही और बाद में उन्होने नाव की रस्सी पकड ली । बाद में और सब भी कूदे और नाव के सहारे चलते रहे । मैने भी इसे आजमाया । गंगा जी का जल काफी ठंडा था और नाव में वापस उपर चढना एक भारी काम । जब तक नाव वाले आपको पैरो तक से पकडकर उपर ना खींच लें तब तक आप खुद नही चढ पाते ।
झूले के पास आने के बाद चालक ने हमें ढीला छोड दिया था । अब हम कैमरे का इस्तेमाल कर रहे थे और झूले के उपर से हैरानी से हमें देखते लोगो को देखकर हमें मजा आ रहा था । आज हम अपने आपको विजयी महसूस कर रहे थे । 500 रूपये में इससे ज्यादा आनंद मैने आज तक नही लिया है । रिषीकेश स्वर्ग बन गया है इस चीज का । बाद में एक घाट पर उस नाव वाले ने हमें छोडा और वहीं पर हमने अपने गाडी चालक को बुला लिया
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं आपको व आपके समस्त परिवार को(सचिन त्यागी मन्डौली)
ReplyDeleteराफ्टीग का मजा ही कुछ ओर होता है मनु भाई सबसे पहला रैपेड गोल्फ कोर्स पर हमारी राफ्ट से पिछे वाली राफ्ट पलट गई उन्हे देखकर हमारी जान ही निकल गई बाद मे पता चला की एक की मौत हो गई है यह बात 2अप्रैल2013 की है
फोटो मस्त है भाई, फुल enjoy life का लेना कोई आप से सीखे
Wish you and yours a brilliant 2014 full of exotic travels!!
ReplyDeleteराफ्टिंग के लिए तैराक होना जरूरी है या नहीं?
ReplyDeletenahi
DeleteAs I read through the post, I am getting thrilled to see how much fun you guys were having. That must have been a purely blissful experience. Reminds me of my college days of trekking and other funs activities. Wish you a great year ahead.
ReplyDeleteAdventure or Risk both are here...
ReplyDelete“नव-वर्ष 2014
ReplyDeleteआपके और आपके समस्त परिवार के लिए
सुखद और समृद्धिशाली हो”
Wishing You and Your Family
a Very Happy & Prosperous
New Year 2014.
सादर/सप्रेम,
सारिका मुकेश
http://sarikamukesh.blogspot.com
http://hindihaiku.blogspot.com