Bet dwarka , okha , gujrat , बेंट द्धारका , ओखा , गुजरात 4 बेंट द्धारका को बेट शंखोधर के नाम से भी जाना जाता है । यहां पर समुद्र...
Bet dwarka , okha , gujrat , बेंट द्धारका , ओखा , गुजरात |
बेंट द्धारका वो जगह है जहां पर कृष्ण रहे थे और अपने मित्र सुदामा से मिले थे । यहीं पर उन्होने सुदामा को अमीर बनने का वरदान दिया था । आज भी सुदामा को दिये गये चावलो की परम्परा के अनुसार श्रद्धालु यहां पर मौजूद ब्राहमणो को चावल दान करते हैं बेंट द्धारका में द्धारकाधीश की मुख्य मूर्ति भी है जिसके बारे में विश्वास किया जाता है कि इसे श्रीकृष्ण जी की रानी रूक्मणि ने बनाया था । यहीं पर मीराबाई के बारे में भी कई मिथक प्रचलित हैं ।
बेंट द्धारका नाम की जगह जो है वो ओखा पोर्ट के नाम से भी पुकारी जाती है । यहां पर पोर्ट यानि बंदरगाह है । समुद्र का इलाका होने के कारण यहां पर मछुआरो की बस्ती है और मछुआरो की बस्ती होने के कारण यहां से मछली की बदबू बहुत ज्यादा आती है । अक्सर यूपी , हरियाणा की तरफ के लोग इसे बदबू मानकर मुंह ढक लेते हैं जबकि वहां के रहने वालो या फिर साउथ के लोगो कोे इसमें कुछ भी दिक्कत नही होती ।
बेंट द्धारका जाने के लिये गाडी थोडी दूर पार्किंग में खडी कर दी और उसके बाद लगभग आधा किलोमीटर पैदल चलकर हम वहां आये जहां से बेंट द्धारका के लिये फेरी या नाव मिलती है । यहां पर प्राइवेट नाव चलती है बेंट द्धारका के लिये जो कि मुख्य भूमि से करीब दस किलोमीटर दूर है और यहां से दिखाई भी देती है । मुख्य भूमि से छोटे से द्धीप बेंट द्धारका जाने के लिये नाव करीब 30 मिनट लेती है । इन प्राइवेट नावो का किराया एक तरफ का 10 रूपये प्रति सवारी है ।
यहां पर बस यही एक कमी मुझे लगी । किसी सरकारी नाव की बजाय इन प्राइवेट नाव वालो का उददेश्य ज्यादा से ज्यादा सवारी भरना होता है । मेरे साथ एक हादसा गंगासागर में हो चुका है इसलिये अब मुझे लगता है कि इसके कारण हैं सरकारी मशीनरी द्धारा ध्यान ना दिया जाना ये नावे अक्सर ओवरलोड हो जाती है और इनमें से ज्यादातर पुरानी हो जाने के कारण भी हादसे होते हैं । यहां भी किसी नाव में लाइफ जैकेट नाम की कोई सुरक्षा नही है । लेकिन चाहे कोई कितना भी डरे यहां पर जाने के लिये यही साधन उपलब्ध है । उडीसा की चिलका झील में मुझे सबसे बढिया व्यवस्था लगी जहां पर हर नाव में संख्या निश्चित है और हर आदमी के लिये लाइफ जैकेट है जबकि वो केवल एक झील है और यहां पर अथाह जलराशि और अथाह गहराई लिये समंदर है ।
इन नावो में बैठने के लिये जगह का इंतजाम भी आपको खुद ही मैनेज करना है । जिसेे जगह मिल जाये वो किनारे पर और बाकी बीच में बैठ जाओ । समंदर की लहरे जब नाव से टकराती हैं तो उसका पानी कई बार सवारियो को भिगो देता है । बस जब तक सब सही चल रहा है तब तक कुछ नही है । बेंट द्धारका के किनारे पर उतरने के बाद एक निश्चित समय दे दिया जाता है करीब आधा किलोमीटर चलने के बाद जाकर मंदिर आते हैं । उससे पहले तक बाजार मिलता रहता है ।
बोट वाले के दिये गये समय के कारण तेजी से सारे मंदिरो के दर्शन् करते चलते हैं । दर्शनो में वैसे भीड ज्यादा नही होती ।यहां पर भगवान शिव , देवी दुर्गा और हनुमान जी के मंदिर भी हैं ।भगवान विष्णु के बारे में कथा कहते हैं कि उन्होने यहां पर शंखासुर नामक राक्षस का संहार किया था इसीलिये ये नाम पडा ।
यहीं पर स्थित हनुमान मंदिर को देखने भी बहुत लोग आते हैं । इस मंदिर की खास बात है यहां पर हनुमान जी और मकरध्वज की मूर्ति का होना । मकरध्वज के बारे में कहा जाता है कि जब हनुमान जी लंका जलाकर लौट रहे थे तो उन्होने अपनी पूंछ में लगी समुद्र में बुझाई थी । इसी दौरान उनके शरीर से पसीने की एक बूंद समुद्र में गिर पडी जिससे एक मछली को गर्भ ठहर गया । उस मछली ने हनुमान जी जैसे ही बलशाली पुत्र को जन्म दिया जिसे मकरध्वज कहा जाता है । बाद में रामायण प्रसंग में हनुमान जी और मकरध्वज की मुलाकात तब हुई जब लंका के युद्ध में श्री राम और लक्ष्मण जी के अपहरण के बाद उन्हे पाताल लोक में रखा गया था । इस पाताल लोक की रखवाली मकरध्वज के जिम्मे थी । यहां इस मंदिर पर जाने के लिये आपके पास अतिरिक्त समय होना चाहिये । वैसे यहां पर रूकने की भी व्यवस्था है ।
1-तैयारी लम्बी यात्रा की
2-pushkar ,ajmer, rajasthan,पुष्कर ,अजमेर,राजस्थान
3-chittodgarh ,rajasthan,चित्तौडगढ , राजस्थान
4-udaipur , rajasthan,म्हारी चूनर मंगा दे ओ , ओ ननदी के बीरा
5-Udaipur, Rajasthan, प्यार हो जायेगा................
6-udaipur , rajasthan,म्हारी चूनर मंगा दे ओ , ओ ननदी के बीरा
7-City palace , udaipur , मेवाड को जानना है तो इसे देखिये
8-Nathdwara , Ekling ji, Rajasthan,नाथद्धारा ,एकलिंग जी , राजस्थान
9-Mount Abu ..................
10-Dilwara Jain Temple , दिलवाडा जैन मंदिर , माउंट आबू , राजस्थान
11-Lakhota fort.........और रंग रंगीले देशी जुगाड
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मनु जी... मुझे लगता है ये यात्रा आपने कई साल पहले की थी.... जय बेट द्वारिकाधीश की
ReplyDeleteपहली बार जाना इस जगह के बारे में ... धन्यवाद
ReplyDeleteThanks for sharing. Gujarath is an awesome place.
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