Sangam of gomti and arab sea द्धारकाधीश मंदिर के दर्शनो के बाद हम लोग समुद्र तट की ओर चल पडे । समुद्र तट पर जाने के लिये पहले गोमती ...
Sangam of gomti and arab sea |
द्धारकाधीश मंदिर के दर्शनो के बाद हम लोग समुद्र तट की ओर चल पडे । समुद्र तट पर जाने के लिये पहले गोमती नदी से होकर जाना जरूरी था । वैसे तो मंदिर के दूसरी साइड से निकलते तो सीधे समुद्र किनारे ही पहुंचते पर हम गोमती के किनारे किनारे ही गये । जब हम द्धारका में गये थे तो उस समय गोमती में पानी काफी कम था । शायद गर्मी के दिन थे इसलिये भी ऐसा हो सकता है । गोमती के किनारे काफी दूर दूर तक नदी किनारे घाट बने हैं
मैने तो नहाने की हिम्मत जुटाई नही पर मा0 जी नहाने के लिये गोमती नदी में उतर गये । बाद में उन्होने बताया कि पानी समुद्र का ज्यादा है । इसकी वजह ये थी कि हमारे सामने गोमती नदी समुद्र से मिल रही थी तो नदी में पानी कम होने की वजह से समुद्र का पानी नदी में उल्टा ज्यादा आ रहा था । मा0 जी के नहाने के बाद हम सब लोग यहां से बमुश्किल सौ मीटर दूर समुद्र तट पर पहुंचे । यहां संगम के किनारे पर ही एक प्रसिद्ध मंदिर भी है । यहां से दूसरी साइड में समुद्र का आनंद लेने वालो के लिये बढिया जगह है । यहां का बीच काफी सुंदर है और हमने यहां पर काफी मस्ती की । इस बीच पर चलते चलते दो तीन किलोमीटर दूर स्थित लाइटहाउस तक भी जाया जा सकता है ।
श्रीमति जी के कहने पर हमने उंट की सवारी भी की जो कि उंट के बैठने और खडे होने के समय पर काफी रोमांचक होती है । जो लोग समंदर में नहाने से डरते हैं वो हमारी तरह लहरो के पानी का मजा बस पैंट उपर घुटनो तक करके ही ले लेते हैं ।
यहां पर गोमती के घाट पर मोती से लेकर नीलम तक सभी नगो को लिये लोग बैठे रहते हैं । एक दो लडके समंदर में डुबकी लगाते हैं और नगो को लाकर रख देते हैं उस आदमी के पास । लोग सोचते हैं कि ये समंदर से सीधे निकालकर ला रहे हैं इसलिये वे सौदा करते हैं जो कि सस्ते में ही हो जाता है । दूसरो की क्या कहें इस यात्रा में या किसी भी यात्रा में समंदर का ये हमारा पहला तजुर्बा था इसलिये हमने भी उससे काफी सौदेबाजी की और काफी नग खरीदे जिसमें से बाद में घर आकर पता चला कि एक दो मोती और एक दो मूंगे को छोडकर बाकी सब नकली हैं ।
अगले दिन हमें द्धारका और उसके आसपास के दर्शनीय स्थलो को देखने जाना था । होटल वाले ने हमें बताया कि यहां पर प्रति व्यक्ति के हिसाब से 150 रूपये सवारी लेकर बसे चलती हैं जो शाम तक आसपास की सारी चीजे जैसे नागेश्वर ज्योर्तिलिंग , गोपी तालाब , रूकमणी मंदिर और बेंट द्धारका आदि दिखा लाती हैं । हम तो अपनी गाडी के पक्ष में ही थे और यहां पर ट्रैफिक भी इतना ज्यादा नही था जिसकी वजह से हमें घबराना पडे । इसलिये हमने अपनी गाडी ले चलना ही उचित समझा ।पर जो लोग अकेले या बिना अपनी गाडी के हैं उनके लिये यहां पर हर टूर आपरेटर के पास ये पैकेज उपलब्ध है
1-तैयारी लम्बी यात्रा की
2-pushkar ,ajmer, rajasthan,पुष्कर ,अजमेर,राजस्थान
3-chittodgarh ,rajasthan,चित्तौडगढ , राजस्थान
4-udaipur , rajasthan,म्हारी चूनर मंगा दे ओ , ओ ननदी के बीरा
5-Udaipur, Rajasthan, प्यार हो जायेगा................
6-udaipur , rajasthan,म्हारी चूनर मंगा दे ओ , ओ ननदी के बीरा
7-City palace , udaipur , मेवाड को जानना है तो इसे देखिये
8-Nathdwara , Ekling ji, Rajasthan,नाथद्धारा ,एकलिंग जी , राजस्थान
9-Mount Abu ..................
10-Dilwara Jain Temple , दिलवाडा जैन मंदिर , माउंट आबू , राजस्थान
11-Lakhota fort.........और रंग रंगीले देशी जुगाड
1-तैयारी लम्बी यात्रा की
2-pushkar ,ajmer, rajasthan,पुष्कर ,अजमेर,राजस्थान
3-chittodgarh ,rajasthan,चित्तौडगढ , राजस्थान
4-udaipur , rajasthan,म्हारी चूनर मंगा दे ओ , ओ ननदी के बीरा
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8-Nathdwara , Ekling ji, Rajasthan,नाथद्धारा ,एकलिंग जी , राजस्थान
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10-Dilwara Jain Temple , दिलवाडा जैन मंदिर , माउंट आबू , राजस्थान
11-Lakhota fort.........और रंग रंगीले देशी जुगाड
यहां से नाव द्धारा नदी पार जा सकते हैं |
संगम का एक और दृश्य |
dwarka beach |
manu prakash tyagi @ dwarka beach |
arab sea |
Fabulous pictures...!
ReplyDeleteVery nice post
ReplyDeleteA very good effort indeed...
ReplyDeleteDwarka ki yaad aa gayi
ReplyDeleteYe kaun see gomti hai Lucknow wali Gomti to Saidpur mein jaa kar Ganga mein mil jaati hai
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